Dakshina Mukhi kali mata mandir - Gurugram

4.2/5 based on 8 reviews

Contact Dakshina Mukhi kali mata mandir

Address :

palam vihar, Chauma Rd, Chauma Village, Sector 1, Palam Vihar, Gurugram, Haryana 122017, India

Phone : 📞 +9989988
Postal code : 122017
Categories :

palam vihar, Chauma Rd, Chauma Village, Sector 1, Palam Vihar, Gurugram, Haryana 122017, India
D
Deepak Joshi on Google

R
Rajendarkumarsharma Sharma on Google

Giod
Giod
B
Born Leo on Google

Nice Mata Kali Temple...
Nice Mata Kali Temple ...
N
Nagesh Paliya on Google

maa ka ati sunder dam.
maa ka ati sunder dam.
N
Niketh Dahiya on Google

Jai maa kali. मां दुर्गा का विकराल रूप हैं मां काली और यह बात सब जातने हैं कि दुष्‍टों का संहार करने के लिए मां ने यह रूप धरा था. शास्‍त्रों में मां के इस रूप को धारण करने के पीछे कई कथाएं प्रचलित हैं और उनका व्‍याखान भी वहां मिलता है. आइए जानें मां के इस भयंकर रूप के पीछे की कथा: एक बार दारुक नाम के असुर ने ब्रह्मा को प्रसन्न किया. उनके द्वारा दिए गए वरदान से वह देवों और ब्राह्मणों को प्रलय की अग्नि के समान दुःख देने लगा. उसने सभी धर्मिक अनुष्ठान बंद करा दिए और स्वर्गलोक में अपना राज्य स्थापित कर लिया. सभी देवता, ब्रह्मा और विष्णु के धाम पहुंचे. ब्रह्मा जी ने बताया की यह दुष्ट केवल स्त्री दवारा मारा जायेगा. तब ब्रह्मा, विष्णु सहित सभी देव स्त्री रूप धर दुष्ट दारुक से लड़ने गए. परतु वह दैत्य अत्यंत बलशाली था, उसने उन सभी को परास्त कर भगा दिया. ब्रह्मा, विष्णु समेत सभी देव भगवान शिव के धाम कैलाश पर्वत पहुंचे तथा उन्हें दैत्य दारुक के विषय में बताया. भगवान शिव ने उनकी बात सुन मां पार्वती की ओर देखा और कहा हे कल्याणी जगत के हित के लिए और दुष्ट दारुक के वध के लिए में तुमसे प्रार्थना करता हुं. यह सुन मां पार्वती मुस्कराई और अपने एक अंश को भगवान शिव में प्रवेश कराया. जिसे मां भगवती के माया से इन्द्र आदि देवता और ब्रह्मा नहीं देख पाए उन्होंने देवी को शिव के पास बैठे देखा. मां भगवती का वह अंश भगवान शिव के शरीर में प्रवेश कर उनके कंठ में स्थित विष से अपना आकार धारण करने लगा. विष के प्रभाव से वह काले वर्ण में परिवर्तित हुआ. भगवान शिव ने उस अंश को अपने भीतर महसूस कर अपना तीसरा नेत्र खोला. उनके नेत्र द्वारा भयंकर-विकराल रूपी काले वर्ण वाली मां काली उत्तपन हुई. मां काली के लालट में तीसरा नेत्र और चन्द्र रेखा थी. कंठ में कराल विष का चिन्ह था और हाथ में त्रिशूल व नाना प्रकार के आभूषण व वस्त्रों से वह सुशोभित थी. मां काली के भयंकर व विशाल रूप को देख देवता व सिद्ध लोग भागने लगे. मां काली के केवल हुंकार मात्र से दारुक समेत, सभी असुर सेना जल कर भस्म हो गई. मां के क्रोध की ज्वाला से सम्पूर्ण लोक जलने लगा. उनके क्रोध से संसार को जलते देख भगवान शिव ने एक बालक का रूप धारण किया. शिव श्मशान में पहुंचे और वहां लेट कर रोने लगे. जब मां काली ने शिवरूपी उस बालक को देखा तो वह उनके उस रूप से मोहित हो गई. वातसल्य भाव से उन्होंने शिव को अपने हृदय से लगा लिया तथा अपने स्तनों से उन्हें दूध पिलाने लगी. भगवान शिव ने दूध के साथ ही उनके क्रोध का भी पान कर लिया. उनके उस क्रोध से आठ मूर्ति हुई जो क्षेत्रपाल कहलाई. शिवजी द्वारा मां काली का क्रोध पी जाने के कारण वह मूर्छित हो गई. देवी को होश में लाने के लिए शिवजी ने शिव तांडव किया. होश में आने पर मां काली ने जब शिव को नृत्य करते देखा तो वे भी नाचने लगी जिस कारण उन्हें योगिनी भी कहा गया.
Jai maa kali. Maa Kali is a formidable form of Maa Durga and it is known that the mother had taken this form to kill the wicked. There are many stories behind this form of mother in scriptures and her lecture is also found there. Let's know the story behind this terrible form of mother: Once an asura named Daruk pleased Brahma. With the boon given by him, he started giving grief to the gods and Brahmins like the fire of holocaust. He stopped all religious rituals and established his kingdom in heaven. All the gods reached the abode of Brahma and Vishnu. Brahma Ji told that this evil will be killed only by a woman. Then all the gods including Brahma, Vishnu went to fight against the evil Daaruk in a female form. But that monster was very powerful, he defeated them all and drove them away. All the gods including Brahma, Vishnu reached the Kailash mountain, the abode of Lord Shiva and told them about the monster Daruk. Lord Shiva, listening to her, looked at Maa Parvati and said, O pray for you in the interest of Kalyani world and for the slaughter of the evil Daruk. Hearing this, Mother Parvati smiled and a part of her entered Lord Shiva. Whom God could not see Indra etc. and Brahma from mother Maya of Bhagwati, he saw Goddess sitting near Shiva. That part of Maa Bhagwati entered the body of Lord Shiva and began to take its shape from the poison located in his throat. Due to the effect of poison, he turned into a black character. Lord Shiva felt that part within and opened his third eye. He had a black black mother with a fierce form of black color. Mother Kali had a third eye and a lunar line. There was a sign of karla poison in the throat and she was beautified with trident and various types of jewelery and clothes in her hand. Seeing the fierce and huge form of Mother Kali, the gods and perfect people started fleeing. With the mere hum of Maa Kali, all the Asura army including Daruk was burnt to ashes. The whole world started burning with the flame of mother's anger. Seeing the world burning with his anger, Lord Shiva took the form of a child. Shiva reached the cremation ground and started crying there. When mother Kali saw that child Shirupi, she was fascinated by that form. With a heartfelt gesture, he embraced Shiva from his heart and started feeding him with her breasts. Lord Shiva also cared for his anger along with milk. His anger caused eight idols to be called Kshetrapal. She became unconscious due to Shivji drinking the wrath of mother Kali. In order to bring Goddess into consciousness, Shivji performed Shiva Tandava. When mother Kali came to her senses, when she saw Shiva dancing, she also started dancing, due to which she was also called Yogini.
c
clash “Ankit saini” king on Google

Very good place
T
The Ultimate Man on Google

Best
s
somashish biswas on Google

If you r Maa Kali devotee must visit.

Write some of your reviews for the company Dakshina Mukhi kali mata mandir

Your reviews will be very helpful to other customers in finding and evaluating information

Rating *
Your review *

(Minimum 30 characters)

Your name *

Nearby places Dakshina Mukhi kali mata mandir