Prachin Shiv Mandir - Mirzapur

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Shibala Mahanth, Natwa, Saket Puri Colony, Mirzapur, Uttar Pradesh 231001, India

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Manas Tripathi on Google

Har har mahadev....
Har har mahadev ....
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sandeep kumar on Google

महाशिवरात्रि के मौके पर हर कोई शिवजी में लीन है। ऐसे में आज हम आपके लिए शिव जी के 12 अनमोल वचन लाए है जो आपका आपकी जिंदगी की तरफ देखने का नजरिया बदल देगा। इन वचनों से बहुत लोगों का उद्धार हुआ है। बतादें की शिव जी के अनमोल वचनो को  'आगम ग्रंथों' का नाम दिया गया है। आइए आपको उन वचनों से साझा करवाते है। पहला वचन -कल्पना ज्ञान से महत्वपूर्ण अर्थ - हम जो भी सोचते है वही रूप पाते है। यानी कि हमें जिंदगी में जो भी मिल रहा है वो सब हमारी कल्पनाओं का ही फल है। अगर आप जीतने की चाह रखते है तो आप जीत अवश्य पाते है। दूसरा वचन-बदलाव के लिए जरूरी है ध्यान अर्थ -अगर आपको जिंदगी में कैसा भी बदलाव चाहिए तो आपको छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना होगा। सिर्फ कहने से नहीं बल्कि करने से ही बदलाव आएगा। तीसरा वचन-शून्य में प्रवेश करो अर्थ -शिव जी कहते है कि ‘आधारहीन, शाश्‍वत, निश्‍चल आकाश में प्रविष्‍ट होओ।’ उनका कहना है कि अपना सब शून्य में त्याग दो। चौथा वचन-आदमी पशुवत है अर्थ -जबतक इंसान में राग, द्वेष, ईर्ष्या, वैमनस्य, अपमान तथा हिंसा जैसी कई कमियां है तबतक इंसान और पशु में कोई फर्क नहीं। ऐसा है मानों की इंसान का कभी विकास हुआ ही नहीं है। पांचवा वचन- मरना सीखो अर्थ - यदि जिंदगी में कुछ सीखना है तो मरना सीखो। जो मरना सीख जाता है वही सुंदर ढंग से जीना जानता है। छठा वचन-गायत्री मंत्र अर्थ -एक बार पार्वती मां ने पुछा था कि हे शिव आप कौन-सा योग करते है ? तब उन्होंने गायत्री मंत्र का उल्लेख किया था। सातवां वचन -जीवन को सुखमयी बनाने के लिए अर्थ -भोजन और पान से होने वाला उल्लास, रस और आनंद से पूर्णता की अवस्था की भावना भरें, यही असली खुशी है। आठवां वचन-प्रकृति का सम्मान करो अर्थ -प्रकृति ने ही हमें जीवन दिया है हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए। नौवा वचन-योग की शक्ति को समझो विस्मयो योगभूमिका:। स्वपदंशक्ति। वितर्क आत्मज्ञानमू। लोकानन्द: समाधिसुखम्। -शिवसूत्र अर्थ -यह वचन तो अपने आप में जीवन का एक अर्थ है। दसवां वचन -अपनी तरफ देखो अर्थ - न तो पीछे, न आगे। कोई तुम्हारा नहीं है। कोई बेटा तुम्हें नहीं भर सकेगा। कोई संबंध तुम्हारी आत्मा नहीं बन सकता। तुम्हारे अतिरिक्त तुम्हारा कोई मित्र नहीं है। -शिवसू‍त्र ग्यारवाह वचन-माया को समझो आत्‍मा चित्‍तम्। कलादीनां तत्‍वानामविवेको माया। मोहावरणात् सिद्धि:। जाग्रद् द्वितीय कर:। -शिवसूत्र बारहवां वचन-अपनी जागरूकता का विस्तार करो जय भोले शंकर
On the occasion of Mahashivratri, everyone is absorbed in Shiva. In such a situation, today we have brought 12 priceless words of Shiva for you, which will change the way you look at your life. Many people have been saved by these words. Let us tell you that the priceless words of Shiva have been given the name of 'Agam texts'. Let us share those words with you. First Word - Imagination is more important than knowledge Meaning - Whatever we think, that is the form we get. That is, whatever we are getting in life is the result of our imaginations. If you want to win, you must win. The second word-change requires attention Meaning - If you want any change in life, then you have to pay attention to small things. Change will come not just by saying but by doing. Enter the Third Promise - Void Meaning - Shiva ji says that 'enter the groundless, eternal, immovable sky'. Fourth word - man is animalistic Meaning - As long as there are many shortcomings like anger, malice, jealousy, animosity, humiliation and violence in man, then there is no difference between man and animal. It is as if man has never developed. Fifth Word - Learn to die Meaning - If you want to learn something in life, then learn to die. He who learns to die knows how to live beautifully. Sixth Vachan - Gayatri Mantra Meaning - Once Parvati mother had asked that what yoga do you do, O Shiva? Then he mentioned the Gayatri Mantra. Seventh Word - To make life happy Meaning - The euphoria that comes from food and paan, fill the feeling of a state of completeness with rasa and bliss, that is the real happiness. Eighth Word - Respect Nature Meaning - Nature has given us life, we should respect nature. Ninth Word - Understand the Power of Yoga Vismayo YogaBhoomika:. Self-power. Argument self-knowledge. Lokananda: Samadhisukham. -Shivsutra Meaning - This word is a meaning of life in itself. Tenth verse - look at yourself Meaning - neither backward nor forward. No one is yours. No son can fill you. No relationship can become your soul. You have no friend except you. -Shivsutra Eleven Words - Understand Maya Spirit mind. Kaladinam tatwanamviveko maya. Mohavarnat Siddhi:. Awakened II Tax:. -Shivsutra Twelfth Verse - Expand Your Awareness Jai Bhole Shankar

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